चमकते युवा खेल सितार


म ध्यप्रदेशखेल एवं युवक कल्याण प्रदेश में खेलों-खेलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है। जिसके चलते आज मप्र के ढेरों युवा खिलाड़ी राष्ट्रीय-अतंरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी चमक बिखेर रहे हैं। युवा सितारों की फौज मप्र की विभिन्न खेल अकादमियों से तैयार हो रही है। आज मप्र की खेल अकादमियां देश ही नहीं विदेशों में भी अपनी पहचान बना चुकी हैं। कई विदेशी कोच व अधिकारी तो यहां की खेल योजनाओं पर अमल भी कर रहे हैं। मप्र के खेलों की बात की जाए तो पिछले पांच वर्षों में यहां की खेल अकादमियों ने अनगिनत युवा सितारे तैयार किए हैं,


जो आज देश की विभिन्न खेलों की टीमों में प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। शूटिंग में एश्वर्य प्रताप सिंह, प्रसिद्धि महंत, प्रीति रजक, रितुराज बुंदेला, पैरा शूटर रूबिना फ्रांसिस, तीरंदाज रागिनी मार्को, मुक्केबाज माही लामा, रोहन, अर्पिता, घुड़सवार प्रणव खरे, फराज खान, एथलीट बुसरा खान, कुश्ती खिलाड़ी पूजा जाट, सुषमा सरयाम, तलवारबाज शंकर पांडे, अंकुर जैन, सत्यम भटेले, करातेबाज रिद्धि चौबे सहित कई युवा खिलाड़ी आज भविष्य के बड़े खेल सितारे नजर आ रहे हैं। मप्र खेल विभाग भी इन्हें बेहतर प्रशिक्षण और अच्छी सुविधाएं मुहैया कराने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। विभाग ने इन युवाओं को चमकाने के लिए देशभर के बेहतर से बेहतर प्रशिक्षकों के साथ करार किया है। साथ


ही खेल विभाग खिलाड़ियों के लिए कई बड़ी खेल अधोसंरचनाएं तैयार कर रहा है। प्रदेश के युवा खेल मंत्री जीतू पटवारी और खेल संचालक डॉ. एसएल थाउसेन प्रदेश और अकादमियें के खिलाड़ियों को नई दिशा देने के लिए निरंतर अथक प्रयास कर रहे हैं। दोनों द्वारा बनाई गई कई खेल योजनओं के चलते आज प्रदेश का खिलाड़ी वर्ग पूरे जोश के साथ मैदान में उतर रहा है। प्रदेश की बड़ी व छोटी खेल संस्थाएं भी खेलों को बढ़ावा देने में जुट गई हैं। हाल ही में खेल मंत्री जीत पटवारी ने खिलाड़ियों को शासकीय नौकरी में दो प्रतिशत का आरक्षण और ओलंपिक, विश्वकप, एशियन गेम्स में पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों की पुरस्कार राशि कई गुना बढ़ाकर प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए बड़ा काम किया है। जीतू पटवारी ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को रोजगार के क्षेत्र में आत्म निर्भर बनाने और उनके उज्जवल भविष्य के लिये सरकार कृत संकल्पित है।


सरकार द्वारा युवाओं के लिए कौशल उन्नयन कार्य म संचालित किए जा रहे हैं। व्ही.एल.सी.सी. अकादमी के माध्यम से युवाओं को ब्यूटीशियन एवं न्यूट्रिशियन का प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्म निर्भर बनाया जा रहा है। स्वरोजगार के क्षेत्र में युवाओं के लिए यह बड़ा माध्यम है। उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि इस प्रोफेशन को चुनौती मानकर कार्य करे, सफलता सुनिश्चित है। उधर खेल संचालक डॉ. एसएल थाउसेन प्रदेश के खेलों-खिलाड़ियों के लिए कई योजनाओं को नई दिशा देने का कार्य निरंतर कर रहे हैं। वे कहते हैं कि हम युवा खिलाड़ियों पर कड़ी मेहनत कर उन्हें एशियन, ओलंपिक स्तर का खिलाड़ी बनाना चाहते हैं। उनका मानना है कि युवा खिलाड़ी ही देश-प्रदेश का भविष्य है।