गुलाबी गेंद से सही लेंथ की पहचान करनी पड़ी-इशांत शर्मा 


कोलकाता।भारत और बांग्लादेश के बीच कोलकाता में खेले जा रहे डे-नाइट टेस्ट के पहले दिन बांग्लादेश की टीम पहले बैटिंग करते हुए 106 रन पर ऑल आउट हो गई। इसका श्रेय भारतीय तेज गेंदबाजों को जाता है खासकर, इशांत शर्मा को। इशांत ने 22 रन देकर 5 बांग्लादेशी बल्लेबाजों को आउट किया।


लाईव हिन्दुस्तान के अनुसार इशांत ने दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा कि भारतीय तेज गेंदबाजों को बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में गुलाबी गेंद से शुरू में किसी तरह की स्विंग नहीं मिली जिसके बाद उन्होंने सही लेंथ की पहचान करनी पड़ी। लाल गेंद की तुलना में यह काफी अलग है। उन्होंने कहा कि शुरू में हमने सही लेंथ से गेंदबाजी की लेकिन हमें किसी तरह की स्विंग नहीं मिली। इसके बाद हमें अहसास हुआ कि किस लेंथ पर हमें गेंद करनी चाहिए। हमने आपस में बात की और गुलाबी गेंद के लिये सही लेंथ हासिल की। 


पिछले एक दशक से भी अधिक समय से भारतीय टीम का हिस्सा रहे इशांत को घरेलू सरजमीं पर पारी में पांच विकेट लेने के लिये 12 साल का इंतजार करना पड़ा। इशांत ने कहा, ''मैं अभी अपनी क्रिकेट का लुत्फ उठा रहा हूं। शुरू में मैं अपने प्रदर्शन, विकेट लेने और बल्लेबाज को परेशानी में डालने को लेकर काफी दबाव में रहता था। अब मैं ज्यादा नहीं सोचता। निश्चित तौर पर अब मेरे पास अनुभव है और मैं परिस्थितियों के अनुसार अपनी लेंथ को लेकर जल्द से जल्द सामंजस्य बिठा लेता हूं।"


31 वर्षीय इशांत शर्मा 2016 से वनडे टीम का हिस्सा नहीं है जबकि उन्होंने अपना आखिरी टी20 अंतरराष्ट्रीय 2013 में खेला था। इशांत ने कहा कि हां इससे कभी कभी बुरा लगता है लेकिन मैं जिंदगी के उस मोड़ पर पहुंच गया हूं जहां मैंने इन चीजों को लेकर चिंता करनी छोड़ दी है। मैं अब 31 साल का हूं और अगर मैं किसी प्रारूप में खेलने को लेकर चिंता करता हूं तो फिर मैं अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाऊंगा। 


उन्होंने आगे कहा कि मैं केवल खेलना चाहता हूं, चाहे वह रणजी ट्राफी हो या भारत की तरफ से। अगर आप खेल का लुत्फ उठाते हो तो आप अच्छा प्रदर्शन भी करोगे। अगर आप छोटी छोटी बातों पर ध्यान देते हो तो कभी सुधार नहीं कर सकते हो