टेनिस / नडाल लगातार 32 डेविस कप मैच जीतने वाले पहले खिलाड़ी बने


नई दिल्ली। स्पेन टेनिस का नया वर्ल्ड चैंपियन बन गया है। स्पेन ने डेविस कप के फाइनल में कनाडा को 2-0 से हराया। स्पेन ने दोनों सिंगल्स मैच जीते। इसके बाद डबल्स नहीं खेला गया। स्पेन के लिए रॉबर्टो बॉतिस्ता एगुट और राफेल नडाल ने अपने-अपने मैच जीते। दुनिया के नंबर-1 खिलाड़ी नडाल की यह डेविस कप में लगातार 32वीं जीत है। वे टूर्नामेंट के 119 साल के इतिहास में लगातार 32 मैच जीतने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं।



दैनिक भास्कर के अनुसार डबल्स में भी अब तक कोई खिलाड़ी यह कारनामा नहीं कर सका है। स्पेन की टीम छठी बार डेविस कप चैंपियन बनी। उसे 2.1 मिलियन डॉलर (लगभग 15 करोड़ रुपए) की प्राइज मनी मिली। स्पेन की वर्ल्ड रैंकिंग 7 है जबकि कनाडा की रैंकिंग 13 है। एगुट ने पहले सिंगल्स में फेलिक्स ऑगर एलियासिमे को 7-6, 6-3 से हराकर स्पेन को बढ़त दिला दी। दूसरे सिंगल्स में नडाल ने डेनिस शापोवालोव को 6-3, 7-6 से हराकर टीम को जीत दिला दी। यह नडाल और शापोवालोव के बीच दूसरा मैच था।
नडाल ने इस हफ्ते सभी 8 मैच जीते
नडाल पहली बार जीते। नडाल ने इस हफ्ते 8 मैच खेले और सभी जीते। यह नडाल का इस साल का पांचवां खिताब है। उन्होंने फ्रेंच ओपन, यूएस ओपन, रोम मास्टर्स और मॉन्ट्रियल मास्टर्स भी जीते थे। यह टेनिस का इस सीजन का आखिरी बड़ा टूर्नामेंट था। 33 साल के नडाल साल का समापन रैंकिंग में नंबर-1 पर रहकर करने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं।
स्पेन 2011 के बाद पहली बार चैम्पियन
स्पेन ने इससे पहले आखिरी बार 2011 में अर्जेंटीना को हराकर खिताब जीता था। इसके अलावा टीम 2000, 2004, 2008, 2009 में भी जीत चुकी है। यह नडाल के करिअर का चौथा डेविस कप खिताब है। वे रोजर फेडरर से तीन खिताब आगे हैं। स्विट्जरलैंड सिर्फ 2014 में चैंपियन बना था। इस साल वह 18 टीमों के फाइनल्स के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाया।