पूनम यादव का धमाका, टी-20 वर्ल्ड कप में विजयी शुरुआत

- महिला टी-20 वर्ल्ड कप में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 15 रनों से हरा दिया



सिडनी. पूनम यादव (चार ओवर में 19 रन देकर चार विकेट) के तूफानी प्रदर्शन की बदौलत भारतीय महिलाओं ने ऑस्ट्रेलिया में शुरू हुए महिला टी20 विश्व कप में धमाकेदार आगाज किया है। मुकाबले में पहले बैटिंग करते हुए भारतीय महिला टीम ने 20 ओवरों में 4 विकेट पर 132 रन बनाए। जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम एलिसा हिली के अर्धशतक के बावजूद 19.4 ओवरों में सभी विकेट खोकर 115 रन बना सकी। 
पूनम यादव ने ऑस्ट्रेलिया को पहला झटका 32 रनों पर दिया। उन्होंने बेथ मूनी को 6 रनों के निजी स्कोर पर कॉड ऐंड बोल्ड आउट किया। इसके बाद मेग लेनिंग और हिली ने मिलकर टीम को 50 रनों के पार पहुंचाया 55 रनों के टीम स्कोर मेग लेनिंग को राजश्री गायकवाड़ ने तान्या भाटिया के हाथों कैच आउट कराया। वह 5 रन बनाकर आउट हुईं। इसके बाद रिचल हानिस ने 6 रन के निजी स्कोर पर पूनम यादव का शिकार बनीं। इस दौरान एलिसा हिली (51) ने बेजोड़ हाफ सेंचुरी पूरी की। जब तक वह मैदान पर थीं तब तक भारतीय फैन्स के चेहरे पर निरासा थी, लेकिन पूनम यादव ने उन्हें अपनी गेंद पर कॉट ऐंड बोल्ट आउट करते ही टीम की वापसी करा दी। इसके बाद एलिसा पेरी (0), जेस जोनासन (2), सदरलैंड (2) और डेलिसा (4) के विकेट जल्दी गिर गए और मेजबान टीम अच्छी शुरुआत के बावजूद जीत नहीं सकी।


इंडियन गर्ल्स  की पारी
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। भारत की ओर से शेफाली वर्मा और स्मृति मंधाना ने तेज शुरुआत की। दोनों ने चार ओवर में 40 रनों की साझेदारी की। भारत की ओपनिंग जोड़ी ने मैच के पहले 4 ओवर में 40 रन बना लिए लेकिन 5वां ओवर फेंकने आईं जेस जोनासन ने अपनी पहली ही गेंद पर स्मृति मंधाना को एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया। कुछ देर बाद तेजी से रन बना रहीं युवा बल्लेबाज शैफाली वर्मा (29) एलिस पेरी की गेंद पर कैच आउट हो गईं। शेफाली ने 15 गेंद में 5 चौके और 1 छक्के की मदद से 29 रन बनाए।


यंग ब्रिगेड है भारतीय टीम
टूर्नामेंट खेलने पहुंची भारतीय खिलाडिय़ों की औसत उम्र 23 वर्ष है। उसके पास जेमिमा रोड्रिगेज, शेफाली वर्मा, ऋचा घोष और राधा यादव के रूप में ऐसी खिलाड़ी हैं, जिनकी उम्र 19 वर्ष या इससे कम हैं। भारतीय टीम की टी-20 रैंकिंग नंबर 4 है और इससे पहले वह टी20 टूर्नामेंट में तीन बार (2009, 2010 और 2018 में) सेमीफाइनल तक पहुंची है। लेकिन अब तक टीम इंडिया इस सबसे छोटे फॉर्मेट में फाइनल में कदम नहीं रखा है।