कोरोना के खतरे के बीच जापान पहुंचीं ओलिंपिक टॉर्च


  • 121 दिन तक चलने वाली रिले की शुरुआत फुकुशिमा से होगी 

  • टोक्यो ओलिंपिक की ऑर्गेनाइजेशन कमेटी के प्रमुख योशिरो मोरी ने मतशुषिमा एयरबेस पर मशाल की अगवानी की

  • पहले इस समारोह में 200 बच्चे शामिल होने वाले थे, लेकिन कोविड-19 के कारण उनके शामिल होने पर रोक लगी


नेशनल स्पोर्ट्स टाइम्स। कोरोना के खतरे के बीच ओलिंपिक टॉर्च आज जापान पहुंचीं। मियागी प्रांत के मतशुषिमा एयरबेस पर टोक्यो ओलिंपिक की ऑर्गेनाइजेशन कमेटी के प्रमुख योशिरो मोरी ने इसकी अगवानी की। 121 दिन तक चलने वाली मशाल रिले की शुरुआत 2011 की सुनामी के दौरान बर्बाद हुए फुकुशिमा से होगी। यहां के परमाणु संयंत्र को 2011 में काफी नुकसान पहुंचा था। हालांकि, 9 साल में स्थिति काफी बदल चुकी है। दुनिया को यही दिखाने के लिए जापान ने टॉर्च रिले की शुरुआत इसी शहर से करने का फैसला किया। फुकुशिमा के बाद रैली देश के अलग-अलग शहरों में पहुंचेगी। हालांकि, इसमें लोगों के शामिल होने पर रोक है। लेकिन दर्शक इसे सड़क किनारे खड़े होकर देख सकते हैं। हालांकि, भीड़ बढ़ने पर कार्यक्रम में बदलाव किया जा सकता है। ग्रीस में ओलिंपिक मशाल रैली के दौरान इतनी भीड़ जुट रही थी कि इसे रद्द करना पड़ा था। इस बीच, टोक्यो ओलिंपिक की ऑर्गेनाइजेशन कमेटी ने साफ किया है कि मशाल थामने वालों का इवेंट से पहले स्वास्थ्य परीक्षण होगा। 


हमारे लिए किसी भी कीमत पर मशाल रिले का आयोजन करना जरूरी था


टोक्यो 2020 के सीईओ तोशियो मुटो ने कहा कि गेम्स से पहले ओलिंपिक मशाल का देश में आना बड़ा आयोजन था। हमारे लिए यह अहम था कि हम किसी भी कीमत पर इसका आयोजन करें। लेकिन मौजूदा हालात में कार्यक्रम को छोटा करना पड़ा। चीफ ऑर्गेनाइजर योशिरो मोरी ने कहा कि पहले इस समारोह में 200 बच्चे आने वाले थे। लेकिन सेहत को ध्यान में रखते हुए हमने उन्हें शामिल नहीं करने का फैसला किया।


जापान ओलिंपिक कमेटी के सदस्य ने गेम्स टालने का कहा
ओलिंपिक की लौ जापान आने के बाद भी गेम्स पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। कई मौजूदा और पूर्व ओलिंपियन आईओसी के उस बयान पर ऐतराज जता चुके हैं, जिसमें उसने कहा था कि फिलहाल खेलों को टालने या रद्द जैसे बड़े फैसले का समय नहीं है। इसमें ताजा नाम जापान ओलिंपिक कमेटी के सदस्य काओरी यामागुची का नाम शामिल है। उन्होंने एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा कि मौजूदा हालात में टोक्यो ओलिंपिक को टाल देना चाहिए। क्योंकि वायरस की वजह से खेल टूर्नामेंट, क्वालिफाइंग इवेंट और ट्रेनिंग कैम्प रद्द हो चुके हैं। ऐसे में एथलीट्स इन खेलों के लिए तैयार नहीं है। 


-भास्कर से साभार