धोनी को रिप्लेस करना किसी के लिए भी आसान नहीं


नई दिल्ली। महेंद्र सिंह धोनी के बाद से भारतीय टीम प्रबंधन ने युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत को उभरने का भरपूर मौका दिया है। विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत ने जुलाई से दिसंबर 2019 तक हर वनडे खेला, लेकिन वह इसका लाभ नहीं उठा सके। हेड कोच रवि शास्त्री उनके खराब शॉट्स की आलोचना कर चुके हैं। 


स्टार स्पोर्ट्स पर 2019 में शास्त्री ने कहा था कि त्रिनिदाद में जिस तरह ऋषभ पंत आउट हुए, वह उनपर संदेह पैदा करता है। भले ही ऋषभ पंत को आलोचना का सामना करना पड़ा हो, लेकिन टीम के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ का कहना है कि टीम मैनेजमेंट उन्हें अब भी सपोर्ट करता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि धोनी की जगह लेना किसी के लिए भी आसान नहीं है।


लाइव हिन्दुस्तान के अनुसार इस सबके बावजूद पंत ने प्लेइंग इलेवन में अपनी जगह बनाए रखी, लेकिन वह रन बनाने में नाकामयाब रहे। ऋषभ पंत के रन ना बनाने का नतीजा यह हुआ कि टीम प्रबंधन आगे बढ़ गया। वह प्लेइंग इलेवन में नहीं रह गए। लेकिन फिर भी यह कहा जाता है कि उन्हें टीम प्रबंधन का समर्थन हासिल है।


'पंत के लिए टीम में जगह बनाए रखना आसान नहीं होता अगर टीम प्रबंधन उन्हें सपोर्ट न करता'
हाल ही में स्पोर्ट्सक्रीड़ा से बातचीत में टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने कहा कि पंत के लिए टीम में जगह बनाए रखना आसान नहीं होता अगर टीम प्रबंधन उन्हें सपोर्ट न करता। उन्होंने कहा, ''ऋषभ पंत का पिछला साल अच्छा नहीं रहा है, लेकिन टीम प्रबंधन अब भी उन्हें सपोर्ट करता है। हमें भी लगता है कि वह स्पेशल खिलाड़ी हैं। एक बार रन बनाना शुरू करने के बाद वह भारतीय क्रिकेट में बहुत कुछ कर सकते हैं।''


'महेंद्र सिंह धोनी को रिप्लेस करना आसान नहीं है'
राठौड़ ने साथ ही कहा, ''महेंद्र सिंह धोनी अब भी हैं। हमें नहीं पता आगे क्या होगा, लेकिन उन्हें रिप्लेस करना आसान नहीं है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनका जो कद है, उसे किसी के लिए भी हासिल करना मुश्किल है। पंत कई बार असफल हुए हैं और अब उनके ऊपर दबाव है, लेकिन यही बात आपको मजबूत खिलाड़ी बनाती है।''


ऋषभ पंत की जगह केएल राहुल को दिए गए मौके
श्रीलंका के खिलाफ तीसरे टी-20 में ऋषभ पंत ने संजू सैमसन के लिए जगह छोड़ी। इसके बाद पंत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे में वापसी की, लेकिन चोटिल होने की वजह से उन्हें फिर बाहर होना पड़ा। चोट की वजह से ऋषभ पंत को दूसरा वनडे मिस करना पड़ा, लेकिन तीसरे के लिए वह उपलब्ध थे। बावजूद इसके टीम प्रबंधन ने केएल राहुल को विकेटकीपर के रूप में रखा। इसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ ऋषभ पंत को  पांच मैचों की टी-20 सीरीज में एक भी मैच में मौका नहीं दिया गया। केएल राहुल ने वनडे और टी-20 दोनों की विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाली। उन्होंने पांच टी-20 में 224 और तीन वनडे में 204 रन बनाए। पंत ने टीम में अपनी जगह बनाए रखी, लेकिन वह प्लेइंग इलेवन में नहीं रखे गए।