नई दिल्ली। भारत को विश्व पटल पर अलग मुकाम पर ले जाने वाले टीम इंडिया के पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने शनिवार 15 अगस्त को अपने फैन्स को चौंकाते हुए इंटरनैशनल क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया। इसके साथ ही पिछले एक साल से उनके संन्यास को लेकर जारी अटकलों पर भी विराम लग गया। धोनी ने बतौर कप्तान भारत को साल 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप, 2011 में क्रिकेट वर्ल्ड कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी दिलाई। धोनी के इस फैसले से हर कोई हैरान है। इस पर भारत के पूर्व कप्तान और सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने वो कारण बताया है कि आखिर धोनी ने क्योंकि एकदम से यह फैसला लिया।
इंडिया टुडे से बात करते हुए गावस्कर ने कहा कि धोनी निश्चित तौर पर यह जानना चाह रहे थे कि आईपीएल में वो कैसा प्रदर्शन करते हैं। वो इसके बाद ही आंकलन करते कि उन्हें टी-20 वर्ल्ड कप में खेलना है कि नहीं। चूंकि कोरोना वायरस के चलते आईपीएल को आगे बढ़ाया गया, साथ ही टी-20 वर्ल्ड भी इस साल न होकर 2022 तक के लिए स्थगित कर दिया तो इसलिए धोनी ने सोचा कि अब इंटरनेशनल क्रिकेट से जुड़े रहना उचित नहीं हैं और संन्यास लेना का फैसला लिया। अगर वर्ल्ड इसी साल होता तो इस बात की पूरी संभावना है कि वो इसमें खेलते।
टी-20 वर्ल्ड कप इस साल अक्टूबर-नवंबर में होना था लेकिन कोरोना वायरस महामारी के चलते इसे अब 2022 तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। आईसीसी ने घोषणाा की कि 2021 में होने वाला टी-20 वर्ल्ड कप अक्टूबर-नवंबर में भारत में आयोजित होगा जबकि 2022 में इसे ऑस्ट्रेलिया में आयोजित किया जाएगा। कोरोना वायरस की वजह से ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप स्थगित होने से आईपीएल का रास्ता साफ हो गया है। इसका आयोजन 19 सितम्बर से 10 नवंबर के बीच यूएई में किया जाएगा। एमएस धोनी इस दौरान चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी करते नजर आएंगे। उनकी कप्तानी में टीम ने तीन बार यह खिताब अपने नाम किया है। साभार लाइव हिन्दुस्तान