मध्यप्रदेश में मलखम्ब के लिए खुलेगी खेल अकादमी - मुख्यमंत्री श्री चौहान

श्री योगेश मालवीय द्रोणाचार्य अवार्ड प्राप्त करने वाले मध्यप्रदेश के पहले मलखम्ब प्रशिक्षक
प्रदेश के तैराक श्री सत्येन्द्र सिंह लोहिया को मिला तेंजिंग नोर्गे नेशनल एडवेंचर अवार्ड



 भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय खेल अलंकरण समारोह में प्रदेश के दो खिलाड़ियों श्री योगेश मालवीय को मलखम्ब प्रशिक्षक के रूप में द्रोणाचार्य अवार्ड प्राप्त करने तथा श्री सत्येन्द्र सिंह लोहिया को दिव्यांग तैराक के रूप में तेंजिंग नोर्गे नेशनल एडवेंचर अवार्ड मिलने पर शुभकामनाएँ एवं बधाई दी हैं। साथ ही श्री योगेश मालवीय को मध्यप्रदेश सरकार की तरफ से 10 लाख रूपये की तथा श्री सत्येन्द्र सिंह लोहिया को 5 लाख रूपये की सम्मान निधि देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि दोनों ही खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट उपलब्धता हासिल कर मध्यप्रदेश का गौरव बढ़ाया है। मध्यप्रदेश सरकार इन्हें खेल के प्रोत्साहन के लिए हरंसभव मदद प्रदान करेगी।


मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मलखम्ब मध्यप्रदेश का राज्य खेल है तथा इसे बढ़ाने के लिए सरकार ने खेल अकादमी खोलने का निर्णय लिया है। इस खेल अकादमी में द्रोणाचार्य पुरस्कार प्राप्त मलखम्ब प्रशिक्षक श्री योगेश मालवीय की सेवाएं ली जाएंगी। श्री योगेश मालवीय के सिखाए गए मलखम्ब खिलाड़ी आज देश और दुनिया में मलखम्ब का श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्हें वर्ष 2012 में मध्यप्रदेश शासन द्वारा विश्वामित्र अवार्ड से तथा वर्ष 2018 में भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा मलखम्ब के शानदार प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया जा चुका है।


श्री सत्येन्द्र सिंह लोहिया दिव्यांग पैरा तैराक के रूप में 42 कि.मी. की कैटलीना चैनल को 11 घंटे 34 मिनिट की अल्पवधि में पार कर पहले एशियाई तैराक बने तथा उन्होंने इंग्लिश चैनल को 12 घंटे 24 मिनिट में पार कर लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करवाया। उन्होंने चार अंतर्राष्ट्रीय तथा सात राष्ट्रीय पैरा तैराकी चैम्पियनशीप में कुल 28 पदक अर्जित किए। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा इन्हें वर्ष 2014 में प्रदेश का सर्वोच्च खेल सम्मान विक्रम अवार्ड दिया गया।