मैदान कर्मकर्ताओं (अधिकारियों) के युग का अंत होगाः बाईचुंग भूटिया 


कोलकाता |  भारत के पूर्व दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी बाईचुंग भूटिया ने बुधवार को ईस्ट बंगाल और श्री सीमेंट के बीच समझौते पर खुशी जताई और उम्मीद जताई कि इससे मैदान कर्मकर्ताओं (अधिकारियों) के युग का अंत होगा। इस समझौते के बाद ईस्ट बंगाल की नजरें इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में खेलने पर टिकी हैं।



लाइव हिन्दुस्तानन के अनुसार चिर प्रतिद्वंद्वी मोहन बागान के नक्शेकदम पर चलते हुए ईस्ट बंगाल ने अपनी अधिकांश हिस्सेदारी शहर की श्री सीमेंट कंपनी को बेच दी जिससे टीम के इस साल आईएसएल में खेलने की मजबूत दावेदारी पेश करने का रास्ता साफ हुआ। भूटिया ने पीटीआई से कहा, ''मैं काफी रोमांचित हूं कि ईस्ट बंगाल को अंतत: निवेशक मिल गया है और वे आईएसएल में खेलने जा रहे हैं। मैं विशेषकर प्रशंसकों के लिए बेहद खुश हूं। वे ईस्ट बंगाल को आईएसएल में खेलते हुए देखने के हकदार थे। इसके साथ ही मैदान कर्मकर्ताओं के युग का अंत भी हो सकता है।" क्लब के महानतम खिलाड़ियों में शामिल रहे पूर्व भारतीय कप्तान भूटिया फुटबॉल गतिविधियों में अधिकारियों के हस्तक्षेप के संदर्भ में कह रहे थे जिसे बेंगलुरु के क्वेस समूह के साथ ईस्ट बंगाल की साझेदारी टूटने का कारण माना जा रहा था।


क्वेस समूह ने निर्धारित समय से एक साल पहले ही समझौता तोड़ दिया। इसी साल आरपी संजीव गोयंका के स्वामित्व वाले एटीके ने मोहन बागान में बहुमत में हिस्सेदारी खरीदी थी जिससे इस 131 साल पुराने क्लब का आईएसएल में खेलने का रास्ता साफ हुआ था। बुधवार को क्लब अधिकारियों और श्री सीमेंट के बीच राज्य सचिवालय में बैठक के बाद ममता ने कहा, ''इस महामारी के समय कोई भी पैसा खर्च करने को तैयार नहीं है। लेकिन श्री सीमेंट आगे आया और समझौते को अंतिम रूप दिया। इससे अलग स्तर की खुशी और संतुष्टि मिली है।"



 उन्होंने कहा, ''वे (ईस्ट बंगाल) अब औपचारिकताएं (आईएसएल में खेलने की) को पूरी करने के लिए आत्मनिर्भर हैं। यह हार की कगार पर पहुंचकर जीतने की तरह है। उम्मीद करती हूं कि आगे कोई अड़चन नहीं आएगी।" ममता ने कहा कि उन्होंने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) से आग्रह किया कि वे जरूरी सहायता करें जिससे कि ईस्ट बंगाल इस सत्र में आईएसएल में खेल पाए।