नई दिल्ली | रानी रामपाल की अगुवाई में भारतीय महिला हॉकी टीम रविवार को अर्जेंटीना के दौरे पर रवाना हो गई, जहां टीम कोविड-19 महामारी के कारण लगभग एक साल के विश्राम के बाद अपना पहला इंटरनेशनल मैच खेलेगी। महामारी के कारण इंटरनेशनल प्रतियोगिताएं आयोजित नहीं की गयीं और ऐसे में भारतीय टीम को बेंगलुरु में भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) केंद्र में अभ्यास करके ही काम चलाना पड़ा। भारतीय टीम को विश्व की नंबर दो टीम अर्जेंटीना के खिलाफ चार मैचों की सीरीज खेलनी है। ये मैच 26, 28, 30 और 31 जनवरी को खेले जाएंगे। इससे पहले भारतीय टीम अर्जेंटीना की जूनियर टीम और 'बी' टीम के खिलाफ प्रैक्टिस मैच खेलेगी।
रानी ने टीम की रवानगी से पहले कहा कि फिर से दौरे पर जाना अच्छा लग रहा है। पिछले कुछ महीनों में हमने अपने खेल पर कड़ी मेहनत की है और अब समय आ गया है कि हम इंटरनेशनल मैचों में अपने कौशल का प्रदर्शन करें। उन्होंने कहा कि इस समय इंटरनेशनल मैचों में खेलना थोड़ा भिन्न होगा क्योंकि हमें जैव सुरक्षित वातावरण में रहना होगा। टीम हालांकि मैदान पर लौटने को लेकर उत्साहित है।
हॉकी इंडिया और अर्जेंटीना के हॉकी संघ ने दोनों टीमों के लिए जैव सुरक्षित वातावरण तैयार किया है। भारतीय टीम एक होटल में ठहरेगी जहां खाने, टीम बैठकों आदि के लिए अलग से कमरे-हॉल होंगे। पूरी टीम का रवानगी से 72 घंटे पहले कोविड-19 के लिए आरटी-पीसीआर परीक्षण किया गया। हॉकी इंडिया की ने कहा कि अर्जेंटीना पहुंचने पर टीम को क्वारंटाइन पर रहने की जरूरत नहीं पड़ेगी लेकिन वह तब भी भारत और अर्जेंटीना की सरकारों के सुरक्षा और स्वास्थ्य उपायों का पालन करेगी।
भारतीय उप कप्तान और गोलकीपर सविता ने अर्जेंटीना दौरे की व्यवस्था करने के लिए हॉकी इंडिया और साइ का आभार व्यक्त किया। सविता ने कहा कि हमें प्रतिस्पर्धी लय में लौटने की सख्त जरूरत है क्योंकि ओलंपिक में अब ज्यादा समय नहीं रह गया है। हम प्रैक्टिस सेशन में अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन किसी भी खिलाड़ी की इंटरनेशनल मैचों में असली परीक्षा होती है।
लाईव हिन्दुस्तान से साभार