विजय हजारे ट्रॉफी: पृथ्वी शॉ ने 165 रनों की पारी खेलकर बनाया रिकॉर्ड

नई दिल्ली | भारत के युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ का विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन जारी है। उनके बल्ले से इस टूर्नामेंट में एक के बाद एक शतक निकले हैं। उन्होंने कर्नाटक के खिलाफ गुरुवार को भी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल मुकाबले में अपनी प्रचंड फॉर्म को बरकरार रखते हुए शतक लगा दिया। उन्होंने अपनी 165 रनों की पारी में 17 चौके और 7 चौके लगाए। इस पारी के दम पर उन्होंने इस टूर्नामेंट के एक सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। पहले यह रिकॉर्ड मयंक अग्रवाल के नाम था। मयंक अग्रवाल ने 2018 के सीजन में सर्वाधिक 723 रन बनाए थे, लेकिन अब यह रिकॉर्ड पृथ्वी के नाम हो गया है। पृथ्वी हालांकि दुर्भाग्यशाली रहे और मात्र 35 रनों से इस सीजन में अपना दूसरा दोहरा शतक लगाने से चूक गए। उनके विजय हजारे ट्रॉफी में प्रदर्शन पर नजर दौड़ाई जाए तो वे पिछले पांच मैच में तीन जबकि टूर्नामेंट के मौजूदा सीजन के 7 मैचों में चार शतक लगा चुके हैं। इन चार शतकों में एक दोहरा शतक और एक नाबाद 185 रन की पारी भी शामिल है। इस जोरदार प्रदर्शन के बाद उन्होंने एक बार फिर नेशनल टीम में अपनी दावेदारी ठोक दी है। खराब प्रदर्शन की वजह से ही उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट के बाद टीम में जगह नहीं मिल सकी थी। पृथ्वी इस टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल मुकाबले के दौरान लिस्ट ए क्रिकेट में लक्ष्य का पीछा करते हुए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय क्रिकेटर बने थे। उनसे पहले यह रिकॉर्ड महेंद्र सिंह धोनी के नाम दर्ज था, जिन्होंने 2005 में श्रीलंका के खिलाफ लक्ष्य का पीछा करते हुए नॉटआउट 183 रनों की पारी खेली थी। धोनी के अलावा 2012 में पाकिस्तान के खिलाफ विराट कोहली ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 183 रन बनाए थे। लाइव हिन्दुस्तान से साभार