महान ऑलराउंडर कपिल देव ने कहा वर्ल्ड टेस्ट फाइनल के 3 मैच होते तो ज्यादा बेहतर होता

नई दिल्ली। भारत के पूर्व कप्तान और महान ऑलराउंडर कपिल देव ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल को लेकर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के विजेता के नतीजे के लिए अगर एक की जगह तीन टेस्ट मैच होते तो बेहतर रहता। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला भारत और न्यूजीलैंड के बीच 18 जून से साउथैम्प्टन में होगा। कपिल देव ने इसके अलावा कहा को वो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स या फिर ओल्ड ट्रैफर्ड में देखना पसंद करते।
लाइव हिंदुस्तान के अनुसार पहले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल लॉर्ड्स में होना था लेकिन बाद में इसे साउथैम्प्टन के एजेस बाउल में शिफ्ट कर दिया गया। इसकी वजह स्टेडियम के अंदर होटल होना बताई गई। कोरोना की वजह से मैचों के लिए सख्त प्रोटोकॉल बनाए गए हैं। कपिल देव ने मिड डे से कहा कि इतने अहम टाइटल के लिए मैं एक से ज्यादा मैच कराना पसंद करता। बेशक इन दिनों किसी भी मैच के लिए तैयारी करना ज्यादा बड़ी बात नहीं है। यह उन परिस्थितियों में कुछ मैच खेलने में मदद करता है लेकिन यह कोई बहाना नहीं हो सकता। फाइनल मुकाबले के लिए शायद रोज बाउल से ज्यादा बेहतर स्टेडियम लॉर्ड्स हो सकता था, क्योंकि उसका इतिहास काफी शानदार रहा है। यहां तक कि ओल्ड ट्रैफर्ड मैनचेस्टर भी सही विकल्प रहता लेकिन लॉर्ड्स में जीत को सेलिब्रेट करने का अलग ही मजा होता है। उन्होंने आगे कहा कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप क्रिकेट के लंबे फॉर्मेट में एक जरूरी कॉन्सेप्ट है। उन्होंने इसका समर्थन किया। उन्होंने कहा कि ये कुछ ऐसा है जिसे आईसीसी ने टेस्ट मैचों को लोकप्रिय बनाने के लिए किया है। मुझे यकीन है कि पब्लिक के लिए अच्छा क्रिकेट होगा। मुझे लगता है कि अगर तीन टेस्ट मैचों का फाइनल होता तो बहुत बढ़िया होता। उन्होंने कहा कि टेस्ट क्रिकेट सेशन का गेम है। उन्होंने कहा कि मौसम की वजह से एकदम बदलता है। अगर आप इंग्लैंड में खेल हैं तो आपको तकनीकी तौर पर मजबूत होना होगा। भारत की संभावनाओं पर कपिल देव ने कहा कि भारत की बल्लेबाजी महत्वपूर्ण पक्ष है और इन दिनों गेंदबाज ठोस बैक अप देते हैं।