भारत सरकार ने मप्र के चार जिलों में खेलो इंडिया सेंटर के लिए 40 लाख रुपए की मंजूरी

भोपाल,26 मई। भारत सरकार के युवा कार्यक्रम, खेल मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा मध्य प्रदेश को चार जिलों में खेलो इण्डिया सेंटर बनाने के लिए 40 लाख रुपयों की मंजूरी प्रदान की गई है। इसके अन्तर्गत दतिया में रोईंग, मुरैना में एथलेटिक्स, सागर में हॉकी एवं देवास में बैडमिंटन खेल के सेंटर स्थापित किए जाएंगें। इससे पूर्व प्रदेश के छह जिलों में खेलो इंडिया सेंटर की स्वीकृति केंद्र सरकार द्वारा प्रदान की जा चुकी है। इनमें सिवनी, मंदसौर, बैतूल, दमोह होशंगाबाद और शिवपुरी में एक-एक हॉकी का खेलो इंडिया सेंटर शामिल है। खेलो इंडिया भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके अंतर्गत सभी राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों में 1000 खेलो इण्डिया स्मॉल सेन्टर स्थापित किए जाना है। इस योजना को विकसित करने का निर्णय जून, 2020 में लिया गया था जिसमें मध्य प्रदेश राज्य भी शामिल है। देश में खेलो इण्डिया स्मॉल सेंटर की संख्या 360 हो गई है।जमीनी स्तर पर खेल अधोसंरचना की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार द्वारा खेलो इण्डिया सेंटर प्रारंभ किए जा रहे हैं। इस योजना के सम्बन्ध में केन्द्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि वर्ष 2028 के ओलंपिक में भारत को शीर्ष 10 देशों में से एक बनाने का हमारा प्रयास है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए कम उम्र से ही बड़ी संख्या में प्रतिभावान खिलाड़ियों की खोज करना और उनकी पहचान कर प्रतिभा को निखारना है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जिला स्तरीय खेलो इण्डिया सेंटर्स में अच्छे प्रशिक्षकों, उपकरणों और बेहतर खेल सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कर हम सही समय पर सही खिलाड़ियों को खोजने में सक्षम होंगे। ओलम्पियन अंकित शर्मा ने की सराहना
संपूर्ण देश में विशेषकर मध्य प्रदेश में स्पोर्ट्स इको सिस्टम को मजबूत करने के लिए भारत सरकार की खेलो इंडिया योजना की सराहना करते हुए रियो ओलम्पियन श्री अंकित शर्मा ने कहा कि खेलों में इस तरह के विकास को देखकर मुझे बहुत खुशी हुई। उन्होंने कहा कि प्रदेश की खेल और युवा कल्याण मंत्री मान. यशोधरा राजे सिंधिया जी के मार्गदर्शन में मध्य प्रदेश खेलों के विकास के लिए बहुमूल्य कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि खेलो इंडिया योजना से निश्चित ही प्रदेश के अधिकतम खिलाड़ी लाभान्वित होंगे। उन्होंने बताया कि मैं चंबल संभाग से हूं जहॉं पूर्व में कम खेल सुविधाएं थीं परंतु प्रदेश की खेल मंत्री जी के प्रयासों से खेलों के विकास में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए, जिससे संभाग में खेलों को बढ़ावा मिला। प्रदेश में स्थापित खेल अकादमियों के माध्यम से अनेक एथलीट उच्च स्तर पर अपना और प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। स्माल सेन्टर से निकलेंगी खेल प्रतिभाएं भारत सरकार की खेलो इण्डिया योजना के अंतर्गत प्रत्येक जिले में विभिन्न खेलों के स्मॉल सेंटर बनाए जाएंगे जहां से खेल प्रतिभाएं और स्टार खिलाड़ी उभरेंगे। भारत सरकार की यह योजना उन खिलाड़ियों को भी रोजगार देगी जो वर्तमान में सक्रिय नहीं हैं तथा जो खेल को ही अपना भविष्य और कैरियर बनाना चाहते हैं ।भारत सरकार द्वारा प्रत्येक सेंटर के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जावेगी, जिसमें प्रशिक्षकों का मानदेय, उपकरण खरीदी, खेल किट व विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन शामिल होगा ।