टीम इंडिया वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में उतरते ही बदलेगी इतिहास

नई दिल्ली। भारत अगले महीने जब न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप(डब्ल्यूटीसी) का फाइनल खेलने के लिए रोज बाउल में उतरेगा तो यह उसके लगभग 89 साल के टेस्ट इतिहास में पहला अवसर होगा जबकि वह तटस्थ स्थल पर टेस्ट मैच खेलेगा। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल(आईसीसी) से टेस्ट दर्जा हासिल करने वाले 12 देशों में से केवल दो देश ही ऐसे हैं, जिन्होंने अब तक तटस्थ स्थल पर टेस्ट मैच नहीं खेला है। इनमें भारत के अलावा बांग्लादेश शामिल है। भारत अब जल्द ही इस लिस्ट में शामिल हो जाएगा। भारत और न्यूजीलैंड के बीच 18 जून से इंग्लैंड के साउथम्पटन में डब्ल्यूटीसी का फाइनल खेला जाएगा जो दोनों देशों के लिए तटस्थ स्थल है। लाइव हिन्दुस्तान के अनुसार पाकिस्तान में सुरक्षा खतरे को देखते हुए एक दशक से भी अधिक समय तक विदेशी टीमों ने वहां का दौरा नहीं किया। पाकिस्तान ने इस बीच अपने घरेलू मैचों का आयोजन यूएई और श्रीलंका में किया। इस तरह से इस बीच अधिकतर देशों को तटस्थ स्थल पर टेस्ट मैच खेलने का मौका मिल गया। इनमें न्यूजीलैंड भी शामिल है, जिसने 2014 से लेकर 2018 तक तटस्थ स्थलों पर छह मैच खेले हैं जिनमें से उसे तीन में जीत और दो में हार मिली। भारत और पाकिस्तान के बीच 2007 के बाद कोई टेस्ट मैच नहीं खेला गया है।
भारत के पास इससे पहले 1999 में तटस्थ स्थल पर टेस्ट मैच खेलने का मौका था, लेकिन तब भारतीय टीम एशियाई टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में नहीं पहुंच पाई थी, जो कि ढाका में खेला गया था। पाकिस्तान और श्रीलंका उस चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचे थे और तब उन्होंने पहली बार तटस्थ स्थल पर टेस्ट मैच खेला था। वैसे तटस्थ स्थल पर पहला टेस्ट मैच आज से 109 साल पहले ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच 27-28 मई 1912 को मैनचेस्टर में खेला गया था। यह मैच ट्राई टेस्ट सीरीज का हिस्सा था, जिसमें इन दोनों टीमों के अलावा मेजबान इंग्लैंड ने भाग लिया था। ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच दो दिन में पारी और 88 रन से जीता था। इसके बाद 1999 में ही कोई मैच तटस्थ स्थल पर खेला गया। पाकिस्तान ने पिछले 20 सालों में अपने अधिकतर घरेलू मैच मुख्य रूप से यूएई में खेले हैं। यही कारण है कि तटस्थ स्थल पर सर्वाधिक मैच खेलने का रिकॉर्ड उसी के नाम पर दर्ज है। पाकिस्तान ने अब तक 39 मैच तटस्थ स्थल पर खेले हैं। इनमें से उसे 19 में जीत और 12 में हार मिली है। बाकी आठ मैच ड्रॉ रहे। ऑस्ट्रेलिया ने भी 12 मैच तटस्थ स्थलों पर खेले हैं। उसके बाद श्रीलंका(नौ), दक्षिण अफ्रीका(सात) तथा न्यूजीलैंड, वेस्टइंडीज और इंग्लैंड(तीनों छह-छह) का नंबर आता है। अफगानिस्तान ने भी अपने चार मैच तटस्थ स्थलों(भारत और यूएई) में खेले हैं। जिम्बाब्वे ने अफगानिस्तान के खिलाफ अपने दोनों मैच अबुधाबी में खेले थे। आयरलैंड ने अफगानिस्तान के खिलाफ अपना एक मैच देहरादून में खेला है।