नई दिल्ली। बैडमिंटन विश्व महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने कोरोना वायरस से जुड़ी यात्रा पाबंदियों के कारण सिंगापुर में ओलंपिक की अंतिम क्वालीफाइंग को बुधवार 12 मई को रद्द कर दिया जिससे भारत भारतीय खिलाडिय़ों साइना नेहवाल और किदांबी श्रीकांत की तोक्यो खेलों के लिए क्वालीफाई करने की उम्मीदें लगभग खत्म हो गई।
पंजाब केसरी की खबर के अनुसार टूर्नामेंट का आयोजक सिंगापुर बैडमिंटन संघ (एसबीए) और बीडब्ल्यूएफ संयक्त रूप से सिंगापुर ओपन को रद्द करने को राजी हुए जिसका आयोजन एक से छह जून तक होना था। बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर पर सुपर 500 टूर्नामेंट सिंगापुर ओपन ओलंपिक क्वालीफाइंग समय के दौरान ‘रेस टू तोक्यो’ रैंकिंग के लिए रैंकिंग अंक देने वाला आखिरी टूर्नामेंट था।
बीडब्ल्यूएफ ने बयान में कहा- सभी खिलाडिय़ों, टूर्नामेंट कर्मचारियों और स्थानीय समुदाय के स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़े हितों को देखते हुए टूर्नामेंट को रद्द कर दिया गया है। बीडब्ल्यूएफ पुष्टि करता है कि टूर्नामेंट के कार्यक्रम में बदलाव नहीं होगा। बयान के अनुसार- आयोजकों और बीडब्ल्यूएफ ने सभी प्रतिभागियों को सुरक्षित माहौल मुहैया कराने के लिए सभी प्रयास किए। हालांकि दुनिया भर में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण यहां आने वाले यात्रियों को लेकर जटिल चुनौतियां थी।
बीडब्ल्यूएफ ने कहा कि वह तोक्यो ओलंपिक क्वालीफाइंग को लेकर बात में बयान जारी करेगा। लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साइना और श्रीकांत का ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करना सिंगापुर ओपन के नतीजे पर निर्भर करता था क्योंकि इससे पहले सात मई को मलेशिया ओपन (25 से 30 मई) को भी स्थगित कर दिया गया था।
मलेशिया ओपन के स्थगित होने के बाद भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) ने बीडब्ल्यूएफ ने अपने खिलाडिय़ों के क्वालीफिकेशन को लेकर स्पष्टता की मांग की थी। सिंगापुर ने भारत से आने वाली सभी उड़ानों पर रोक लगा दी है जिससे भारतीय खिलाडिय़ों का अंतिम क्वालीफायर के लिए इस देश में जा पाना काफी मुश्किल था। भारत के लिए महिला एकल में पीवी सिंधू, पुरुष एकल में बी साई प्रणीत और चिराग शेट्टी तथा सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी की पुरुष युगल जोड़ी पहले ही ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकी है।