UAE में आईपीएल आयोजित करने पर हुई थी चर्चाः सौरव गांगुली

नई दिल्ली। हाल ही में बाॅयो बबल में कोरोना वायरस के मामले सामने आने के बाद इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 को स्थगित कर दिया गया है। लेकिन अभी भी बड़ा सवाल यही बना हुआ है कि सुरक्षित माहौल में रहने के बावजूद आईपीएल खेल रहे खिलाड़ियों में कोविड-19 के मामले कैसे सामने आए। इस पर कुछ ने तो जांच करने के लिए भी कहा है। इस पर अब पूर्व भारतीय कप्तान और मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कई सवालों के जवाब दिए हैं। गांगुली ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, जब हमने भारत में आईपीएल करवाने का फैसला किया तो महौल इतना खराब नहीं था और संक्रमितों की संख्या भी कम थी। हमने इंग्लैंड दौरा भी सफलतापूर्वक पूरा किया था। जब गांगुली के इस बार भी यूएई में आईपीएल आयोजित करने पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, इस पर चर्चा हुई थी, लेकिन फरवरी में भारत में कोविड-19 के मामले बेहद कम थे। मूल रूप से बायो बबल बीसीसीआई व्यवस्थित था। क्या आपको इस बात का कोई अफसोस है कि शायद एक पेशेवर हाथ बेहतर होता? बीसीसीआई अध्यक्ष ने इसका जवाब देते हुए कहा, 'वे सभी पेशेवर हाथ हैं। दुनिया भर के पेशेवर हाथ इसे नियंत्रित नहीं कर सकते। गांगलुी ने इंग्लिश प्रीमियर लीग का हवाला देते हुए कहा, जब ऐसा इंग्लैंड में हो रहा था, तब इंग्लिश प्रीमियर लीग में मामले सामने आए थे। मैनचेस्टर सिटी, अर्सेनल के खिलाड़ी संक्रमित हुए थे। मैचों को पुनर्निर्धारित किया गया था, क्योंकि उनका सीजन 6 महीने लंबा होता है, वह कर सकते हैं। लेकिन हमारा सीजन छोटा होता है, इसलिए दूसरे देशों के खिलाड़ियों को रिलीज करना होता है। ऐसे में मैचों को पुनर्निर्धारित करना बेहद मुश्किल था। विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल से पहले क्या भारतीय क्रिकेटरों को टीका लगाने की कोई योजना है? इसके जवाब में गांगली ने कहा, 'अब उनके (खिलाड़ियों) पास वक्त है, वे व्यक्तिगत तौर पर अपना वैक्सीनेशन करवा सकते हैं, क्योंकि राज्य सरकारें यह कर रही हैं। सभी खिलाड़ी अपने-अपने घर चले गए हैं, इसलिए यही आसान और सही तरीका है। पंजाब केेसरी से साभार