एशियाई मुक्केबाजी : संजीत ने जीता गोल्ड,अमित और शिवा को रजत

नई दिल्ली। भारतीय बॉक्सर संजीत (91 किग्रा) ने दुबई में खेली जा रही एशियाई महिला एवं पुरुष मुक्केबाजी चैंपियनशिपमें शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल को अपने नाम कर लिया है। संजीत ने फाइनल में वैसिली लेविट को हराया। हालांकि, शिवा थापा (64 किग्रा) और अमित पंघाल (52 किग्रा) को फाइनल मैच में हार का सामना करना पड़ा। अमित ने फैसले के खिलाफ रिव्यू का भी इस्तेमाल किया, लेकिन उसको खारिज कर दिया। लाइव हिन्दुस्तान के अनुसार संजीत ने लेविट को 4-0 से मात दी जो ओलंपिक के सिल्वर पदक विजेता हैं। रियो ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता एवं मौजूदा विश्व चैंपियन उज्बेकिस्तान के जोइरोव शाखोबिदीन ने 2019 की विश्व चैम्पयनशिप के फाइनल मुकाबले की तरह एक बार फिर ये पंघाल को 3-2 से हराया। भारत ने पंघाल की हार का रिव्यू मांगा था जिसे जूरी ने खारिज कर दिया । पंघाल को दूसरे दौर में विरोधी मुक्केबाज पर पूरी तरह से भारी पड़े थे जबकि उनके पक्ष में खंडित फैसला दिया।
पंघाल ने मैच के बाद अपने कोच का जिक्र करते हुए ट्वीट किया,'' मैं इस रजत पदक को अपने कोच अनिल धनकड़ के नाम करता हूं।' थापा भी इसी अंतर से मंगोलिया के मंगोलिया के बातरसुख चिनजोरिग से हार गए। इस टूर्नामेंट में थापा का यह पांचवां पदक है। उन्होंने ल्रगातार दूसरी बार रजत पदक हासिल किया। दोनों मुकाबलों में भारतीय मुक्केबाजों ने दमदार खेल दिखाया लेकिन जजों का फैसला उनके पक्ष में नहीं रहा। अमित की हार के खिलाफ भारत का विरोध नामंजूर उधर चैंपियनशिप में भारत के डिफेंडिंग चैंपियन अमित पंघल (52 किग्रा) को एएसबीसी फाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। फाइनल मुकाबले में रियो ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट और मौजूदा विश्व चैंपियन उज्बेकिस्तान के मुक्केबाज जोइरोव शाखोबिदीन ने उन्हें 2-3 के अंतर से हराया। इस नतीजे के तुरंत बाद भारत ने अपना विराेध दर्ज कराया, लेकिन जूरी कमीशन ने भारत के विरोध को मंजूर नहीं किया।भारत ने इस मुकाबले के राउंड दो के फैसले के खिलाफ विरोध दर्ज कराया। भारतीय मुक्केबाजी संघ ने ट्विटर पर यह जानकारी दी है। दिन में भारत के संजीत के 91 किग्रा में अपना मुकाबला जीतने के बाद भारतीय मुक्केबाजी संघ ने बताया कि जूरी कमीशन ने उसका विरोध मंजूर ही नहीं किया और अमित को रजत पदक से संतोष करना पड़ा।अमित का प्रदर्शन टूर्नामेंट में काफी शानदार रहा था और उन्होंने सेमीफाइनल मैच में एकतरफा जीत हासिल की थी। भारतीय दल को मिले 15 पदक भारतीय दल ने पहले ही अभूतपूर्व सफलता हासिल करते हुए 15 पदक अपने नाम कर लिए हैं। यह इस चैम्पियनशिप में उसका अब तक का बेस्ट प्रदर्शन है। बैंकाक में 2019 में भारत ने 13 पदक (2 स्वर्ण, 4 रजत और 7 कांस्य) जीते थे और तालिका में तीसरे स्थान पर रहा था। भारत ने इस टूनामेंट में एक गोल्ड , चार सिल्वर और आठ कांस्य पदक अपने नाम किए हैं।